मुस्कुरा रही हू
गुनगुना रही हू
किसी के सपने सजा रही हू
माना कि वो अपना नहीं है
फिर भी उसे दिल मै उतार रही हू
नाच रही हू
गा रही हू
किसी दीवाने को अपना बना रही हु
माना कहानी हमारी अधूरी सी है
पर फिर भी तुझी से दिल लगा रही हू
मैं पास आ रही हू
पर खुदसे दूर जा रही हु
इतनी बेइंतेहा मोहब्बत मै
खुद को भुला रही हु
खुद को भुला रही हू !!!
पीहू।
दिल की बात....
गुनगुना रही हू
किसी के सपने सजा रही हू
माना कि वो अपना नहीं है
फिर भी उसे दिल मै उतार रही हू
नाच रही हू
गा रही हू
किसी दीवाने को अपना बना रही हु
माना कहानी हमारी अधूरी सी है
पर फिर भी तुझी से दिल लगा रही हू
मैं पास आ रही हू
पर खुदसे दूर जा रही हु
इतनी बेइंतेहा मोहब्बत मै
खुद को भुला रही हु
खुद को भुला रही हू !!!
पीहू।
दिल की बात....
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