उसके खयालो मै इस तरह सोई हु की मुझे उठने का सुधबुध ना रहा। पीहू। दिल की बात
यह कैसा रिश्ता है तुम्हारा मेरे साथ मुझे छोड़ के जाने का मशवरा भी मेरे साथ। पीहू। दिल की बात
तुम जो कर रहे हो जनाब सितम नही तो और क्या है ,,, मुझसे दूर भी हो रहे हो और जरा जरा कर के ।। पीहू। दिल की बात
मौसम का गुरूर तो देखो ,, तुम से मिल कर आया हो जैसे ।।। पीहू / दिल की बात
जो गर्मी के मौसम में चाय पीनी छोड़ दे ,, उसकी मोहब्बत पे कभी यकीन ना करो ।।।। पीहू। दिल की बात
फासले ऐसे होंगे कभी सोचा नही था ,, वो मेरे सामने होगा पर मेरा नही होगा । पीहू / दिल की बात
वो मेरे से अलग हो कर रोया नही अभी तक ,,, कोई तो हमदर्द होगा जो उसे रोने नही देता । पीहू। दिल की बात
वो बात अलग है कि तुम मेरे हिस्से में नही आये हो ,, मेरी किताब -ऐ- ज़िन्दगी देखो तुम मेरे हर किस्से में आये हो ।। पीहू। दिल की बात
पास आने से पहले आवाज जरूर देना, बिखरा हुआ होता हूँ सिमटने में वक़्त लगता है। तुम्हारी फिकर करने के लिए ,,, हमारा कोई रिश्ता हो जरूरी तो नही । मुझको अक्सर उदास करती है, एक तस्वीर मुस्कुराती हुई। पीहू। दिल की बात
उसके दिए हर एक ज़ख़्म के निशाँ मेरे दिल और दिमाग मै है ना चाहके भूल पाती हु न उस दर्द से दूर जा पाती हु बस खुदको उसी डर मै जीने की राह दिखाती हु याद जब भी याद आते है वो पल सच कहु तो सहम जाती हु आधी रातो मै सिर्फ मौत को पुकारती हु सह नहीं सकती और मै वो मानसिक दर्द जो तूने मुझे दिन…
मुझे मौका समझने की कोशिश ना करना यारो किसी ने मेरी झूठी जिम्मेदारी ली है जिस भी दिन वो आया ना तुम सबकी सच्ची खातिरदारी करेगा। पीहू। दिल की बात
तेरा जी जी बोलना मेरी जा ले गया कोई पूछे वो लम्हे मुझसे जो मुझे मेरी पहचान दे गया जितना समझी न थी मै खुदको आज तक वो चंद पल का मेहमाँ बन गया, तेरा जी जी बोलना मेरी जा ले गया कोई अनदेखा सा आसमा दे गया जिसमे चाँद और सूरज साथ दिखे पर गर्मी मै ठंडक की बौछार दे गया, तेरा जी जी बोल…
सुनो पगलू मुझे भूल गए हो या फिर मै याद हु अच्छा वो पहली मुलाकात याद है नवरात्री की आखरी रात थी मै अपने दोस्तों के साथ थी तुझे शंकु से शम्भू बुलाया था तुझसे मैंने अपना राइट हाथ मिलाया था बहुत कड़क था हाथ तेरा मुझे यह उस वक़्त समझ आया था तूने कुछ सेकंड तक मेरे हाथो को खुदके हाथो से च…
तेरा यह कहना गलत था की तू मेरे काबिल नहीं सच तो यह था की हम उस काबिल नहीं हमारी अधूरी दोस्ती किसी को सुना नहीं सकती चाहके भी यह लफ्ज से गुनगुना नहीं सकती तूने बहुत देखे होंगे कच्चे धाँगे के रिश्ते पर यह धाँगे को मै तुझ संग बाँध नहीं सकती। पीहू। दिल की बात
अपने दोस्त के एक लाइक के लिए बैठी हु यहाँ अब उसी का इंतज़ार किये बैठी हु पता नहीं कब वो ब्लॉग मेरा देखके nice written बोलेगा उसके सिर्फ एक कमेंट का इंतज़ार किये बैठी हु। पीहू। दिल की बात
एक प्यार था एक यार था दोनों ही छोड़ के चले गए एक मान था एक सम्मान था दोनों ही रूठ के चले गए एक मूल्य था एक अमूल्य था दोनों ही शून्य हो गए याद दोनों को मैं थी पर वो बात सिर्फ बात रह गए। पीहू। दिल की बात
मुझसे एक जनाब ने पूछा की कैसा दिखता है वो दोस्त तेरा मैंने उसे कहा उसे देखने के लिए मुझे मेरी आँखे बंद करनी पड़ती है अब तस्वीर जो उसकी इन आँखों मै छपी है उसे मै दिखा नहीं सकती। पीहू। दिल की बात
तुमसे मोहब्बत होती तो भूल जाती पर साला यह दोस्ती भुलाये नहीं भूलती है दिल हम किसी से लगाते नहीं और तुम जेसो को भूल पाते नहीं जीवन की तुम वो कहानी हो जिससे हम किसी से बताते नहीं पर हर दुआ मै अब तुझे शामिल किया है ऐसी दोस्ती को कभी आजमाते नहीं वक़्त मिले तो दिल से याद कर लेना क…
आज किसी को याद करने की बरसात हो रही है एक देश के जवान को दूसरे चंद दिनों के मेहमानो को जो कब आके चले जाये पता नहीं चलता। पीहू। दिल की बात
आज फिर तेरी याद आ गयी दलवाड़े की स्वाद छा गई बारिश मै तू लाता था अपनी पीहू के संग तू खाता था शायद मौसम का मज़ा था या बारिश का खुमार था दलवाड़े के साथ तू मिर्ची बहुत खिलाता था आग सी लग जाती थी मुँह मै तो तू चोरी से बोतल थमाता था और प्यार से सिर्फ दो लफ्ज़ कहता था "धीरे खाय…
बहोत है मुझे उनका हिस्सा बनाने के लिए पर इस दिल मै आज भी तू है मिलना हर कोई चाहता है मुझसे पर बहाने पास मेरे अनेक है तुझे बता दू यह आज भी वही मोहब्बत है जो तुझसे पहली बार हुई थी तुझे बिना देखे जब मेरी रात न हुई थी बातो का सिलसिला युः ही चलता रहा अब तो एक अरसे से हमारी मु…
देखो ना यह ज़माने को मुझे जीने नहीं देता है एक पल भी बिना तेरे मुझे रहने नहीं देता है बहुत ताड़ते है लोग मुझे तेरी तलाक़शुदा बताके लाख भुलाना चाहती हु तुझे पर यह ज़ालिम ज़मानो का ताना मुझे तुझे भूलने नहीं देता है। पीहू। दिल की बात
०८/१०/२०१९ (३ से ६ की शाम ) कल की चाय तेरे साथ निराली थी उसमे किसी की बातें बहुत सारी थी कोई अनजाना सा दिल को छूने लगा था जैसे के मुझे कोई मोहने लगा था तक़दीर लिख बैठी थी उसके मुस्कान को देखके सायद मुझे बेइन्तेहाह प्यार होने लगा था जस्ट फ्रेंड का टैग लगाके खुदक…
तेरा आना और बिना वक़्त के चले जाना मुझे अच्छा नहीं लगा पास आके फिर दुरी बढ़ाना मुझे अच्छा नहीं लगा नहीं लगा कोई अच्छा आज तक उसके जाने के बाद तेरा मुक़ददर मै यूह आके चले जाना मुझे अच्छा नहीं लगा। पीहू। दिल की बात
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Mujhe rakh diya chaww mai, Khud jalte rahe DHOOP mai, Maine dekha hai aisa FARISHTA, Apne PITA ke ROOP mai... Meri khwaeshe pura ...
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Ha ek dil to hai par tu nahi uska kya, Ha ek jaan to hai par tu nahi uska kya, Kese jiyu mai tujh bin, Tu nahi to jindagi kya.. Keh...
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सवाल आज भी यही है दिल मै मेरे यह अविवाहित लड़को ने आज तक वृद्धा आश्रम के दर्शन क्यों ना किये विवाहित ने ही क्यों किये दर्शन ... ...
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Wo meri har bat ko bahut gaur karta, Kuch bolu to sirf yahi bolta hai.... Kya tum pagal ho !!! Par usse kaun samjhaye ki hu to sahi...
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