About Us

Poetry, Short story writing & some thoughts on societies. If you have any query regrading Site, Advertisement and any other issue, please feel free to contact at blogquery06@gmail.com

Privacy Policy

https://docs.google.com/document/d/e/2PACX-1vTXcsu9W2IwiV18gzoMUdNhOdT1UwzE7JOEJjq_9b-rYIZ02m-Tqs9h6yRl1S1IV-ycO_K_iejnr9AN/pub

My Instagram

https://www.instagram.com/dysphoria_writer/

Contact Form

Name

Email *

Message *

Skip to main content

Slider

4-latest-1110px-slider

"Zakhm Ke Peechhe" — Dard.

Agar kabhi dard se gussa aa jaaye toh? Log kehte hain — tu toh badtameez ho gaya. Unko woh zakhmi dil kyon nahi dikhta, Jo is gusse ki asli wajah ban gaya? Iss dil mein kya aag lagi hai... Magar kisko hai uss jalan ka ehsaas nahi? Har saans pe taane milte hain, Jaise kam kaman…

मायके की रोटी...

बदुआ होती है उन बेटी की नसीब, जिसके नसीब मैं मायके की रोटी लिखी होती है। अपना घर होते हुए भी बेघर होती है बेटी, जिनके नसीब मायके की रोटी होती है। सबकी आंखें पढ़ लेती है वो मजबूर बेटी, जिसके गोद मैं एक बेटी होती है, बड़ी बदनसीब होती है वो बेटी, जिनके नसीब मैं मायके की रोटी होती…

"बेटी"

बेटी के बिना अधूरी है ज़िंदगानी  फिर उसकी आँखों में क्यों बरसता है पानी, चाहके भी कोई न समझ सके उसकी जुबानी  इतनी निराली है बेटियों की कहानी।  कभी बनती सीता कभी सावित्री  कभी बनके माँ सबको सहेजती , कभी रोती है आँखे छुपाके  पर खुलके जीती है ज़िंदगानी बनाके।  उसकी जिंदगी सिमट सी गयी है चार दी…

"माँ"

ममता का चादर ओढ़ के तुम आये हो जन्नत से माँ , दिल के बंधन को जोड़ के हमें बुलाये हो माँ।  हम तेरे दासी है क्यों की तू हमारी जन्नत है , हमें तो तेरी चरणों के धूल बनना है माँ।  अब चाहत है मरने के पहले भी देखूँ तुझे मै , दिल सिमट सा जाता है तेरी आँखों में झाँख के माँ।  बस यूह ही चाहना हमें अपन…

"समाजिक वर्ग"

हम एक ऐसे समाज से जुड़े है जिसमे भेद भाव ज्यादा है। छोटी सी उम्र मै किसी को समझना बहुत मुश्किल भरा रहा जैसे जैसे उम्र और जगह बदली वेसे वेसे नए लोग और उनकी नई सोच से मेरी मुलाकात होती रही। मैं इतनी तजुर्बे वाली नही हु पर जितना देखा और सुना है इससे यही पता चला है आज की जीवनशैली प्यार , इज्जत…

"आसमाँ मै बिखरे वो बादल"

Pooja Pandey (Pihoo) तुम आसमाँ मै बिखरे वो बादल की तरह हो , जिसे मै अपने खाली दुनियाँ मै बसाना चाहती हु।  तुझे हसाना और खुदको दुनियाँ से छुपाना चाहती हु, नज़र ना आउ किसी को तुम्हारे सिवाह  मै खुदको ऐसा बनाना चाहती हु। तुझे अपनी पलकों पे बैठाके , सारे सोये सपनो को जगाना च…

"सवाल"

सवाल आज भी यही है दिल मै मेरे  यह अविवाहित लड़को ने आज तक वृद्धा आश्रम के दर्शन क्यों ना किये  विवाहित ने ही क्यों किये दर्शन ...  क्या वो अपने जीवन का पहला प्यार उनके माँ बाप को भूल गए  या उन्हें उनके दूसरे प्यार ने पहला प्यार भुला दिया ...  अगर वो अपना पहला प्यार भूल सकते ह…

"दर्द "

Pooja Pandey (Pihoo) दर्द सुई के चुभन से नहीं दर्द उसके खामोशी से है दर्द उसके भूल जाने का नहीं दर्द उसके ना आने का है दर्द उसके दर्द से नहीं दर्द उसके आँशु से है पर दर्द मेरा ना वो समझता है ना मेरा दर्द उसे अजीब कश्मकश है दोनों दर्द की ना वो उसे भूलने देता है ना ही मुझ…